कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने के बाद एक चिट्टी लिखी हैं। यह चिट्टी एसपीजी प्रमुख अरुण सिन्हा को लिखी गई है। इस चिट्टी में सोनिया गांधी ने अब तक की उनकी सुरक्षा के लिए पूरे परिवार की ओर से एसपीजी का धन्यवाद दिया है।
एसपीजी के निदेशक अरुण सिन्हा को लिखे पत्र में सोनिया गांधी ने लिखा है कि जबसे हमारी सुरक्षा एसपीजी के हाथों में आई मैं और मेरे परिवार को इस बात का पूरा विश्वास हो गया कि हमारी सुरक्षा सबसे बेहतर हाथों में है। पिछले 28 सालों से प्रत्येक दिन जिस तरह से एसपीजी ने हमारी सुरक्षा की उससे हमने आपका कर्तव्य के प्रति निष्ठा को महसूस किया। पत्र में सोनिया गांधी ने आगे लिखा है कि एसपीजी एक असाधारण फोर्स है। इसके सदस्य हर दिन दिए टॉस्क के प्रति पूरी निष्ठा और देशप्रेम के साथ काम करते हैं।
बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से अब गांधी परिवार को पूरे भारत में सीआरपीएफ की ‘जेड प्लस’ सुरक्षा दी जाएगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के परिवार को दी गयी एसपीजी सुरक्षा वापस लेने का फैसला एक विस्तृत सुरक्षा आकलन के बाद लिया गया। लिट्टे के आतंकवादियों ने 21 मई 1991 को राजीव गांधी की हत्या कर दी थी। गांधी परिवार 28 साल बाद बिना एसजीपी सुरक्षा के रहेगा। उन्हें सितंबर 1991 में 1988 के एसजीपी कानून के संशोधन के बाद वीवीआईपी सुरक्षा सूची में शामिल किया गया था। गौरतलब है कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इकलौते शख्स होंगे जिन्हें एसपीजी सुरक्षा मिलती रहेगी।
नियमों के तहत एसपीजी सुरक्षा प्राप्त लोगों को सुरक्षाकर्मी, उच्च तकनीक से लैस वाहन, जैमर और उनके कारों के काफिले में एक एम्बुलेंस मिलती है। सरकार ने इस साल अगस्त में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की एसपीजी सुरक्षा हटायी थी। संसद द्वारा 1988 में लागू एसपीजी कानून को शुरुआत में केवल देश के प्रधानमंत्री और पूर्व प्रधानमंत्रियों को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए बनाया गया था।